Mujhe Saiyam Mile - Hindi Lyrics

वैरागी हूं में, तुझ रागी हैं मैं
मन संयम में ही रमा है
तू ही मेरा जहाँ, छोड़ जाऊ कहा
तेरे चरणों में सारा जहाँ है

(हो अर्पण करू में, समर्पण करू
मेरा जीवन तेरे ही शरण
संयम संयम, संयम संयम, संयम संयम,
संयम संयम मुजे मध्यम मिले
संयम र...संयम रे... संयम रे...संयम रै...)

तेरी पूजा से ही ये जीवन है पाया
तु ही मेरी खुशियों श्री जिनराया 
भावों से तुझको बधायु, फूलों की आंगी सजावू 
नहलावु  तुझे भाव से, तेरी पूजा करू प्यार से 
भक्ति में तेरी में झुम नाचु ओ दादा 
हर पल तू अंतर में रहने का कर देना वादा 
हो अर्पण करू में, समर्पण करू...

भावों का ये झरना तू यूही बहाना 
तेरे पास में दादा तू जल्दी बुलाना 
हो सिंह के जैसे चना . राजा मैं मेरा बना हूं 
गुरू आज्ञा में लीन बनु, गुरू वचनों का ध्यान धरू 
ये नाता जो जोड़ा है पूरा ही करके दिखाना 
मैं नायक हु तेरे तो जल्दी तू मुझमें समाना 
हो अर्पण करू में, समर्पण करू...

संगम जीवन सार है, बाकी सब बेकार है 
करते हम वंदन उनको जो, छोड़ चले संसार है 
संयम ही मेरा तारक है, संयम मेरा प्राण है 
कांयम ही मेरा पालक है. संयम मेरा मान है 
संयम से जीवन में खुशियाँ, संयम स्वाभिमान है 
संथम सबसे ऊंचा जग में, संयम सबसे महान है 
गुरु के हाथों संयम लेकर, मुक्तिपुरी को जाना है 
गुरू के चरणों में रहकर के, प्रभु में ही रम जाना है
है वैरागी, हो अभिनंदन, चरणों में तेरे वंदन.

Lyrics: Muni ShreyansPrabhSagarji  M. S

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