नेम नेम नेम रस नेम नेम नेम .....
नेम नेम नेम रस पारस पारस....
गिरनारे श्री नेमि, जय नेमिनाथ...
सम्मेतशिखरे पारसजी, जय पारसनाथ ...
गिरनारे श्री नेमि, सम्मेतशिखरे पारसजी,
मुक्तिना शिजरोनी आ भव्य जोडी,
एक पश्चिम छे, एक पूरव छे,
पण सिद्धिनो लक्ष ऊंचे उपर छे,
ने आधार छे से बस.... ( सा रे ग रे ग म प )
नेमरस नेमरस नेम नेम नेम..... नेमरस नेमरस पारस पारस.....
मारा नेमिनोआ गिरनार, जय जय गर्यो गिरनार ...
छे अंनतोनो मुतिनो द्वार, जय जय गर्यो गिरनार...
मारा नेमिनो आ गिरनार, छे अंनतोनो मुक्तिनो द्वार,
तार्या ज्यां रहनेमि राजुलनार
झालो मारो हाथ मने करो भवपार,
यक्ष गोमेध माँ अंबिकानो साथ छे,
आवती चोबीसीनो रूडो संगाथ छे,
ने आधार छे से बस.....
मारा शामळ्या पारसनाथ, हम चले शिखरजी...
शिखरजी थीं थया निर्वाण, सब चले शिखरजी...
मारा शामळ्या पारसनाथ, शिखरजी थी थया निर्वाण,
क्रोड मुनिओनी आ मुक्तिनी खाण,
वीस तीर्थंकरो अहीं वर्या शिवनार,
पावन आ भूमि ज्यां प्रभुनो स्पर्श छे,
भोमियाजी देव अहीं हाजुरा प्रत्यक्ष छे,
ने आधार छे से बस.....
१४ जिनमंदिरो आ रैवतनी शान छे,
३१ ढूंको ए शिखरजीनी आन छे,
बने कल्याणक भूमि महान छे,
एनाज सथवारे बनवुं भगवान छे,
ने आधार छे एक बस...
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