तर्ज: (मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है)
वासुपूज्य दादा नो जय हो…
वासुपूज्य दादा नो विजय हो…
ने सालगीरी काजे..(२) आतुरता बधानी,
आकाश मां फरकती…
तमे गाडी पर बिराज्या, ए क्षण थई सवाई...(३)
तारा रजत वर्ष नी, महिमा बधे छवाई,
राजा तमे अमारा होऽऽऽ
राजा तमे अमारा, संभाळ ल्यो प्रजानी...(२)
ने सालगीरी काजे..(२) आतुरता बधानी,
आकाश मां फरकती…
हे! वासुपूज्य स्वामी, सुख संपदा ना दाता...(३)
फागण वदी नी चौथे, अमने तमे मळ्या ता,
भवोभव तमेज मळजो होऽऽऽ
भवोभव तमेज मळजो, छे झंखना सदानी...(२)
ने सालगीरी काजे..(२) आतुरता बधानी,
आकाश मां फरकती…
आवो सजावो आंगण, अक्षत थकी बधावो...(३)
महा पुण्य ना उदय थी, प्रभु नी धजा चडावो,
जय हो विजय हो जय हो होऽऽऽ
जय हो विजय हो जय हो, देवाधि देवतानी...(२)
ने सालगीरी काजे..(२) आतुरता बधानी,
आकाश मां फरकती...
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