देवनो मे देव दीठो आदि जिणंद
आदि जिणंद मरु देवानो नंद,
मीठो लागे महाराज रूप तारो आज,
मुजरो लीयोने मारा सारोने काज,
दिवस घणो दीठोनाथ मोने नेह,
उपन्यो आनंद तेनो कोण लेशे छे..२
ताता कैथे ताल बाजे लीधी ध्रोम,
मृदंग देव दुंदुभि वाजे थ्रोम ब्रोम,
ॐ शंख बाजे बाजे एकसाद,
धपमप धमके बादल रसाद...३
धीन कीट धीन कीट थै थै थाय,
पधनी धप मप थई अति वाय,
घम घम घुमरा घमके रे पाय,
भन भन भनकार भूरिना थाय...४
नाचे कुदे पाय वंदे भविजन भावे,
भक्तिथी भगवंतने शीश झुकावे,
मुक्ति मोज आपो मांगु बेकरजोड,
उदयरत्न कहे प्रभु भवदुःख छोड...५
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