गिरनार तीर्थ नी रातो ने तारी मीठी वातो स्मरणमां लई चालीए तारी यादो…
प्रभु भक्ति नी रातो ने मिलननी ए वातो स्मरणमां लई चालीए तारी यादो..
नथी कइ मजा हवे तारा विना
पण करशुं अमे आ शासन सेवा छे विश्वास आ...
ओ यार तारा विना....ओ यार तारा विना....
समकित ग्रुप नो छे प्राण तुं छे सौना हृदय मा तुं
के तारा विना अधुरा अमे अम सौनो आधार तुं
सात जात्रा नो जुस्सो ने तीर्थोनी शुद्धि ओ कोण हवे करावशे ए तीर्थोथी प्यार...
कल्याणमित्र अमारा ओ शासन ना शणगारा अणगार बनो न्यारा सूरि अभयशेखरना प्यारा....
श्रमण जीवन मा छे साची मजा ए जाणे छे तुं छे संसारमां शुं नथी अहीं मजा…
ओ यार तारा विना....ओ यार तारा विना....
भीनी छे नजर हवे तारा वगर धरशुं क्यारे तारी डगर
सुनु आ नगर छे आश मगर मळे तने मुक्ति नगर...
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