रंगात रंग तुं श्याम रंग लंछन शंख तुं शोभे,
शिवादेवी नंद नेमि जिणंद तुम अंग अंग अम पुजे..(२)
गिरनार जईने शिवपद लईने, आनंद अति ऊभराय,
नेमिनाथ मंदिरे मनोहर नेमिनाथ मंदिरे..(२)
आंगी केवी झाझरमान, शोभे जाणे देव विमान,
शिवादेवी नंद नेमि जिणंद तुम अंग अंग अम पुजे..(२)
गिरनार जईने शिवपद लईने, आनंद अति ऊभराय,
नेमिनाथ मंदिरे मनोहर नेमिनाथ मंदिरे..(२)
आंगी केवी झाझरमान, शोभे जाणे देव विमान,
दिवे दिवे सोनेरी, ज्योति करती नरतनगान..(२)
आ पुण्य अमारा जाग्या एवा, भाग्य फळ्या छे एवा,
ने शक्ति मळी छे तेना योगे, करिये उत्तम सेवा..(२)
गिरनार जईने शिवपद लईने, आनंद अति ऊभराय,
नेमिनाथ मंदिरे मनोहर नेमिनाथ मंदिरे..(२)
सुख कारण दुख वारण छे, जीनराया भव तारण छे,
नेमिनाथ मंदिरे मनोहर नेमिनाथ मंदिरे..(२)
सुख कारण दुख वारण छे, जीनराया भव तारण छे,
भयहारण मदमारण छे, गिरनारी गुण धारण छे..(२)
जे भक्ति करी ते ओछी लागे, जागे नित नित प्रीति,
अम अंतर आ हमेशा बांध्यू, परम प्रभु नी प्रीति..(२)
गिरनार जईने शिवपद लईने, आनंद अति ऊभराय,
नेमिनाथ मंदिरे मनोहर नेमिनाथ मंदिरे..(२)
नेमिनाथ मंदिरे मनोहर नेमिनाथ मंदिरे..(२)
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