रोमे रोम नेमि नो थतो जाउं छु
पवन नी पांखोमां, गगन नी आंखोमां
तारा प्रेममा प्रभुजी हुं भीजाउं छु
प्रभु नेमिनाथ तारुं नाम
जीवदया प्रेमी
हृदय मंदिरना मारा देव में नेमि ने मान्या छे
नमामि नेमि
दोष थी हर्यो भर्यो छु छतां
दादा मारा दादा, दादा प्यारा दादा
अखियां हरखण लागी, लागी हमारी अखियां हरखण
लागी रे लागी रे नेमि धून लागी रे लागी रे
लागी रे लागी रे मोहे नेमि लगन लागी
लगनी लागी रे तारी मिलन नी प्रभु
आनंद रंग भगवंत संग अनहद उमंग उपजायो
मन गाये आज उमंगे, मन नाचे आज तरंगे
मन मोही लीधुं नेमिनाथे
व्हाला नेमिनाथ मै तो पकड्यो तारो हाथ
हे नाथ हे नाथ नेमिनाथ हे नाथ
हे नेमिश्वर हे नेमिनाथ
अब सौंप दिया ईस जीवन को
भगवान मोरी नैया भवपार तुं उतारजे
सघळु तने सौंपी दीधुं
तुं मने नेमिनाथ तारो साथ आपी दे
तारी साथे तारी साथे नेमि साथे
ओ मारा घटमां बिराजतां नमिनाथजी, जिनवरजी नेमिश्वरजी
जगमगता तारलानुं देरासर होजो
होजो जय जयकार, नेमिनाथ तारो होजो जय जयकार
नेमिनाथ नो जय जय हो नेम प्रभु नो जय जय हो
वीतरागी ने वंदन नेमिनाथ ने वंदन
नित नित वंदन, वंदन तने, नित नित वंदन
वंदो नेमिनाथ ने रे
मीठडो नेमि जिणंद, मीठडो नेमि जिणंद
निरख्यो नेमि जिणंदने अरिहंताजी
शमणां नी राते में जोया श्री नेमजी
श्री नेम नेम नेम..(२),
दिन रात सुबह शाम नेमि नाम नेमि नाम
ओ नेम ओ नेम
नेम तुं प्राण आधार मेरो प्रभु
नेम रतन धन पायो, पायोजी मैंने
नेमि नो उपदेश प्यारो प्यारो लागे रे
गिरी गिरनार जनारा तने वंदन अमारा,
द्वारिका ना दुल्हारा तने वंदन अमारा
नेम राजुल पंथे जावू छे अंते
लाग्यो नेमजी नो रंग मने लागी गयो राज
आ मारा नेमिनाथजी, आ मारा नेमिनाथजी
मारा मन मंदिर मां आवो नेमिश्वरजी
नेमि तारो महिमा आ जगमां के महान
मारा नेमि नो जयकार, प्यारा नेमि नो जयकार
जय जय नेमि निरंजन, व्हाला जय जय शिवादे नंदन
जय जय श्री नेमिनाथ मारा दादा नेमिनाथ
मारा व्हाला नेमिनाथ
मारा दिल मां धडके नेमिनाथ
जय जय करुणा अवतार
जय जय श्री नेम कुमार..(२)
रजा आपो नेमि दादा अमारी वात थई पुरी
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