सूरो ने ताल संगीत मा
गाजे छे जिन शासनम्
वीरो ना मन मंदिर मा
राजे छे जिन शाशनम्
मालकौंस धुन सज्यू समवसरण
चतुर्विध संघ श्रमणी ने श्रमण
श्रावक श्राविकाओ थकी
अमर छे शासन मारु
ओ वीर नु शासन ओ जिन शासन
तुजे नमामी हो
गौतम गणधर चंदनबाळा
तुजे नमामी हो
सर्वज्ञतानी सुवास छे, ऋजुवालीका मा
वैराग्यतानु झंकार छे, पावापुरी मा
सर्व जीवो, नई रक्षा काजे
अमर छे शाशन मारु
ओ वीर नु शासन ओ जिन शासन
तुजे नमामी हो
आनंद श्रावक रेवती सुलसा
तुजे नमामी हो
हो कोटी वंदन श्री संघने, ह्रदय मा धारी
जयवन्तु शासननी रक्षा काजे, जीवन ने वारी
निस्पृह ए शासन प्रभावकोथी
अमर छे शाशन मारु
ओ वीर नु शासन ओ जिन शासन
तुजे नमामी हो
शाशन सुभट ने, शासन दिपकने
तुजे नमामी हो
गौतम गणधर चंदनबाळा
तुजे नमामी हो
अमर छे शासन मारु (Hindi Lyrics) जैन शासन गीत |
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