हु छु तारो, तु छे मारो, नाथ ! तारो हुं दिवानो,
छोडी तुजने क्या जवानो ? हूं सदा तारो रहेवानो,
हुं छुं तारो, तुं छे मारो, तुं छे मारो सौथी प्यारो,
मारे भीतर मारे अंतर, नाथ ! तुं ही तुं छवायो
तारो छं हूं, तारो गणजे, मुजने तारजे,
बाळ छु , मात ! मुजने, आवीने संभाळजे,
हु छु तारो, तु छे मारो....
तारो छं हूं, तारो गणजे, मुजने तारजे,
बाळ छु , मात ! मुजने, आवीने संभाळजे,
सर्व मारू तुजने अर्पण तुं स्वीकारजे
तारो छं हूं, तारो गणजे, मुजने तारजे,
हु छु तारो, तु छे मारो, नाथ ! तारो हुं दिवानो,
छोडी तुजने क्या जवानो ? हूं सदा तारो रहेवानो,
हुं छुं तारो, तुं छे मारो, तुं छे मारो सौथी प्यारो,
मारे भीतर मारे अंतर, नाथ ! तुं ही तुं छवायो
तुं परम तुं चरम, तुं धर्म तुं मरम,
तुं लगन तुं गहन, तुं मनन तुं नयन,
सूर तुं नूर तुं, मारो कोहीनूर तुं,
दूर तुं दूर तुं, प्यासा पूर तुं...
प्यारो मुजने तुं छे प्रीतम !,(2)
तुं ही तुं बस तुंज छे
सर्व मारू तुजने अर्पण तुं स्वीकारजे
तारो छं हूं, तारो गणजे, मुजने तारजे,
हु छु तारो, तु छे मारो....
हु अनाथ नाथ तुं, झाल मारो हाथ तू,
यार तुं प्यार तुं, सार संसारे तुं,
तुं धीरज तुं नीरज, तुं सहज तुं समज,
तु कसम तू सनम, तारा नामे जनम...
व्हालो मुजने तुं छे वालम !, (2)
नुं ही तुं बस तुंज छे
सर्व मारू तुजने अर्पण तुं स्वीकारजे
तारो छं हूं, तारो गणजे, मुजने तारजे,
तारा शरणे रेहवु मारे तु स्वीकारजे
हु छु तारो, तु छे मारो....
छोडी तुजने क्या जवानो ? हूं सदा तारो रहेवानो,
हुं छुं तारो, तुं छे मारो, तुं छे मारो सौथी प्यारो,
मारे भीतर मारे अंतर, नाथ ! तुं ही तुं छवायो
बाळ छु , मात ! मुजने, आवीने संभाळजे,
हु छु तारो, तु छे मारो....
तारो छं हूं, तारो गणजे, मुजने तारजे,
बाळ छु , मात ! मुजने, आवीने संभाळजे,
सर्व मारू तुजने अर्पण तुं स्वीकारजे
तारो छं हूं, तारो गणजे, मुजने तारजे,
हु छु तारो, तु छे मारो, नाथ ! तारो हुं दिवानो,
छोडी तुजने क्या जवानो ? हूं सदा तारो रहेवानो,
हुं छुं तारो, तुं छे मारो, तुं छे मारो सौथी प्यारो,
मारे भीतर मारे अंतर, नाथ ! तुं ही तुं छवायो
तुं परम तुं चरम, तुं धर्म तुं मरम,
तुं लगन तुं गहन, तुं मनन तुं नयन,
सूर तुं नूर तुं, मारो कोहीनूर तुं,
दूर तुं दूर तुं, प्यासा पूर तुं...
प्यारो मुजने तुं छे प्रीतम !,(2)
तुं ही तुं बस तुंज छे
सर्व मारू तुजने अर्पण तुं स्वीकारजे
तारो छं हूं, तारो गणजे, मुजने तारजे,
हु छु तारो, तु छे मारो....
हु अनाथ नाथ तुं, झाल मारो हाथ तू,
यार तुं प्यार तुं, सार संसारे तुं,
तुं धीरज तुं नीरज, तुं सहज तुं समज,
तु कसम तू सनम, तारा नामे जनम...
व्हालो मुजने तुं छे वालम !, (2)
नुं ही तुं बस तुंज छे
सर्व मारू तुजने अर्पण तुं स्वीकारजे
तारो छं हूं, तारो गणजे, मुजने तारजे,
तारा शरणे रेहवु मारे तु स्वीकारजे
हु छु तारो, तु छे मारो....
हु छु तारो तु छे मारो (Hindi Lyrics) जैन गीत |
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