चालो...सहु कोइ चालो...चालो जइये गिरिराज...
मारा भाग्य खुल्या मारा पापो हर्या,
आ भरत क्षेत्रे मारो जन्म थयो,
ऐवुं परम पवित्र शाश्वत तीर्थ,
श्री शत्रुंजय नो स्पर्श थयो...
जेना कण-कणमां हर-रजकणमां,
अनंता जीवो तर्या रे,
ज्यां वारे-वारे आदि प्रभु ऐ,
पावन पगला करिया रे...
जे तीरथ पर सिध्धि छे,
जे शाश्वत सुख निधि छे,
ऐवा तीरथ ने करुं हुं वंदना...
जेना शीखरे ॠषभजी छे,
जेना तळीये जय तळेटी छे,
ऐवा तीरथ ने करुं हुं वंदना...
चालो...सहु कोइ चालो...चालो जइये गिरिराज...
ओ मारा प्रभु आदिनाथ व्हाला,
मुज जन्म मळ्यो ऐ सफळ करो,
प्रभु आपे जे मने आप्यु छे,
ऐ सर्व आपने अर्पण हो...
गिरिराज नी जय-जयकार करुं,
गिरिराज सेवा नि:स्वार्थ करुं,
गिरिराज ने हुं निशदीन नमुं,
गिरिराज नी माटे प्राण वारुं...
हे गिरिराज ना आदिनाथ,
तारी यात्रा करवा ने काज,
इच्छा छे, मने शक्ती आप तुं...
हे गिरिराज ना आदिनाथ,
मारा मन नी बस ऐक ज आश,
शत्रुंजय ! तने भेटवा आवुं हुं ...
शत्रुंजय ! तने भेटवा आवुं हुं ...
शत्रुंजय ! तने भेटवा आवुं हुं ...
मारा भाग्य खुल्या मारा पापो हर्या,
आ भरत क्षेत्रे मारो जन्म थयो,
ऐवुं परम पवित्र शाश्वत तीर्थ,
श्री शत्रुंजय नो स्पर्श थयो...
जेना कण-कणमां हर-रजकणमां,
अनंता जीवो तर्या रे,
ज्यां वारे-वारे आदि प्रभु ऐ,
पावन पगला करिया रे...
जे शाश्वत सुख निधि छे,
ऐवा तीरथ ने करुं हुं वंदना...
जेना शीखरे ॠषभजी छे,
जेना तळीये जय तळेटी छे,
ऐवा तीरथ ने करुं हुं वंदना...
चालो...सहु कोइ चालो...चालो जइये गिरिराज...
ओ मारा प्रभु आदिनाथ व्हाला,
मुज जन्म मळ्यो ऐ सफळ करो,
प्रभु आपे जे मने आप्यु छे,
ऐ सर्व आपने अर्पण हो...
गिरिराज नी जय-जयकार करुं,
गिरिराज सेवा नि:स्वार्थ करुं,
गिरिराज ने हुं निशदीन नमुं,
गिरिराज नी माटे प्राण वारुं...
हे गिरिराज ना आदिनाथ,
तारी यात्रा करवा ने काज,
इच्छा छे, मने शक्ती आप तुं...
हे गिरिराज ना आदिनाथ,
मारा मन नी बस ऐक ज आश,
शत्रुंजय ! तने भेटवा आवुं हुं ...
शत्रुंजय ! तने भेटवा आवुं हुं ...
शत्रुंजय ! तने भेटवा आवुं हुं ...
शत्रुंजय तने भेटवा आवुं हुं (Hindi Lyrics) जैन गीत |
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