Chandraprabh Chitt Ma Vasya Re (Hindi Lyrics) Jain Stavan



चंद्रप्रभ चित्त मा वस्या रे
चंद्रप्रभ चित्त मा वस्या रे
जीवन प्राण आधार रे
तुम वीन को दिसे नहीं रे
तुम वीन को दिसे नहीं रे
भविजन ने हितकार रे
चंद्रप्रभ चित्त मा वस्या रे

निशदिन सूता जागता 
चित्त धरे ताहरू ध्यान रे
निशदिन सूता जागता 
चित्त धरे ताहरू ध्यान रे
रात दिवस तलसे बहू रे
रात दिवस तलसे बहू रे
रसना तुम गुणगान रे
चंद्रप्रभ चित्त मा वस्या रे

म्हारे तुम सम को नहीं
मुझ सरीखा तुज लाख रे
म्हारे तुम सम को नहीं
मुझ सरीखा तुज लाख रे
तोही निज सेवक गणिने
तोही निज सेवक गणिने
काईक करुणा दाख रे
चंद्रप्रभ चित्त मा वस्या रे

अंतर्जामी तू खारो
न गमे बीजा नाम रे
अंतर्जामी तू खारो
न गमे बीजा नाम रे
सेवक अवसरे आवियो
सेवक अवसरे आवियों
राखो एहनी मांग रे
चंद्रप्रभ चित्त मा वस्या रे

करुणावंत कृपा करीने
आपो निज पद वास रे
उदय रत्न एम उचरे रे
उदय रत्न एम उचरे रे
दिजे तत्त्व सुवास रे
चंद्रप्रभ चित्त मा वस्या रे
चंद्रप्रभ चित्त मा वस्या रे
जीवन प्राण आधार रे
तुम वीन को दिसे नहीं रे
तुम वीन को दिसे नहीं रे
भविजन ने हितकार रे
चंद्रप्रभ चित्त मा वस्या रे
चंद्रप्रभ चित्त मा वस्या रे
चंद्रप्रभ चित्त मा वस्या रे
चंद्रप्रभ चित्त मा वस्या रे (Hindi Lyrics) जैन स्तवन
चंद्रप्रभ चित्त मा वस्या रे (Hindi Lyrics) जैन स्तवन

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