अवसर अनेरो , आज आँगनिये आव्यो,
पगला पड्या ने आनंद छायो ,
के दादा तारा पगला पड्या ने आनंद छायो
आनंद की घड़ी आयी सखी आज-4
करके कृपा प्रभु दर्शन दिनों-2 भव की पीड़ मिटाई,
मोह निद्रा से जागृत करके-2 सत्य की साद सुनाई सखी आज,
तनमन हर्ष नमाई
सखी रे आज...
नित्य अनित्य का तोड बताकर, मिथ्यादृष्टि हटाई-2
सम्यकज्ञान की दिव्य प्रभा को -2 ,
अंतर में प्रगटाई सखी रे आज , साद साधन दिखलाई -2
त्याग वैराग्य संयम के योग से , निस्पृह भाव जगाई -2
सर्व संग परित्याग कराकर -2 ,
अलख धुन मचाई सखी रे आज अनगत दुख कहलाई
सखी रे आज अनगत दुख कहलाई
अपूर्व करण गुणस्थान के सूखकर , श्रेणी क्षपक मंडवाई -2
वेद तीनों का छेद कराकर -2
जीवन मुक्ति दिलाई सखी रे आज जीवन मुक्ति दिलाई
पगला पड्या ने आनंद छायो ,
के दादा तारा पगला पड्या ने आनंद छायो
आनंद की घड़ी आयी सखी आज-4
करके कृपा प्रभु दर्शन दिनों-2 भव की पीड़ मिटाई,
मोह निद्रा से जागृत करके-2 सत्य की साद सुनाई सखी आज,
तनमन हर्ष नमाई
सखी रे आज...
नित्य अनित्य का तोड बताकर, मिथ्यादृष्टि हटाई-2
सम्यकज्ञान की दिव्य प्रभा को -2 ,
अंतर में प्रगटाई सखी रे आज , साद साधन दिखलाई -2
त्याग वैराग्य संयम के योग से , निस्पृह भाव जगाई -2
सर्व संग परित्याग कराकर -2 ,
अलख धुन मचाई सखी रे आज अनगत दुख कहलाई
सखी रे आज अनगत दुख कहलाई
अपूर्व करण गुणस्थान के सूखकर , श्रेणी क्षपक मंडवाई -2
वेद तीनों का छेद कराकर -2
जीवन मुक्ति दिलाई सखी रे आज जीवन मुक्ति दिलाई
आनंद की घड़ी आयी (Hindi Lyrics) जैन स्तवन |
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