बारमां भवमा प्रभुनु अवतरण थयु,
त्यारे उत्पातो शमता नाम रखायू,
पावनकारी तारी प्रभावी साधना रे
तारणहारी छे तारी आराधना रे
वाचना-प्रेरणा गुरुनी मळता
निशदिन जपु नाम, तिर्थंकर सोळमा
शांतिनाथ, श्री शांतिनाथ [१]
तारी वाणी उपर में, संदेह तो कर्या घणा,
पळे पळे में करेला, कर्मो मने नड्या घणा,
जाण्या ज्यारे तत्वो ना रहस्यो तो, आंख खुली त्यारे,
करी वंदन थाउ समर्पित तो, परिवर्तन थाए,
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