हो दादा हो दादा हो दादा हो दादा..(२)
मने लई जाने तारी संगाथ तारा विना गमतुं नथी..(२)
ओ वाला आवे छे तारी बहु याद तारा विना गमतुं नथी
मने लई जा लई जा लई जा ने लई जा...
लई जा ने तारी संगाथ तारा विना गमतुं नथी
भवोभव भटक्यो प्रभु आव्यो तारा शरणे,
दास बनीश हुं तारो,
सेवा पूजा करूं तारी आंगी रचाऊ,
भावती भक्ति करूं,
ओ वाला आवे छे तारी बहु याद..
मने लई जा लई जा लई जा ने लई जा...
लई जा ने तारी संगाथ तारा विना गमतुं नथी
हुं तो रागी छु प्रभु तुं वैरागी,
तारा एवा गुण आपजे,
आ संसार नी जंजाल थी मुक्ति आपी,
मोक्ष मारगडे पहोचाडजे,
तने जोऊ छु दिवस ने रात... हो..हो..हो..हो...
मने लई जा लई जा लई जा ने लई जा...
लई जा ने तारी संगाथ तारा विना गमतुं नथी
आंख मारी उघडे तो आदिनाथ देखुं,
स्मरण तारु नाम,
तारी यात्रा करवा मारुं मन ललचावे,
शत्रुजय गिरीवरधाम,
नथी रहेवातुं तारा विना... हो..हो..हो..हो...
मने लई जा लई जा लई जा ने लई जा...
लई जा ने तारी संगाथ तारा विना गमतुं नथी
के तारा विना गमतुं नथी...
Lai Ja Ne Tari Sangath (Hindi Lyrics) Jain Song |
Very nice bhakti song. Thanku for lyrics of this song
ReplyDelete