Vairagya Lyrics (Hindi) Jain Diksha Song | Manan Sanghvi

तर्ज : आराध्या (Kushi)

छो मारा सहारा गुरुमाँ....
वैराग्य स्पर्श परम, भक्ति योग परम,
निजानंद संयम महीं, परम हर्ष पामे परम...

दुःख जाशे, सुख थाशे, प्रभु आज्ञा रोमे रोमे,

वेहता वेहता, परमहर्ष छलकाशे,

सुख संयमनुं व्हालुं व्हालं, देजो ओघो निजने भालुं,

गुरुमाँ ओ गुरुमाँ, परम जेवो पामुं वैराग्य,

वैराग्य वैराग्य, यशोकृपाथी पामुं वैराग्य...


वैराग्य गुलशनना, मघमघता उपवनमां,

गुणोनी सुगंध माणी, कृपाथी हूं तारी,

पामुं प्रभु यारी, चालीश संयम सवारी,

अनहद, आनंद, जे आपे, पामुं रजोहरण आजे…

वैराग्य वैराग्य, आपोने आपोने स्वामी वैराग्य

वैराग्य वैराग्य, सुख छे अहीं ज सातुं वैराग्य....


आतमने गुरुवरनो, आतमने जिनवरनो, संग अहींथी मळे,

थाक भवोभवना, जन्मोना फेरानो, लाग्यो छे आजे खरे,

गुरूने, समर्पण, अहो निश, जे संयम जीवन अजवाले...


दुःख जाशे, सुख थाशे, प्रभु आज्ञा रोमे रोगे,

वेहता वेहता, परमहर्ष छलकाशे,

सुख संयमनुं व्हालुं-व्हालं, देजो ओघो निजने भालुं,

गुरुमाँ ओ गुरुमाँ, आपोने आपोने स्वामी वैराग्य…

वैराग्य ओ वैराग्य, परमपदनो बनूं स्वामी वैराग्य...


प्रभु रंगे, गुरु संगे, परमहर्षनी पल-पल कहेशे,


रजोहरणे शोभे वीर वेशे…

Vairagya Lyrics (Hindi) Jain Diksha Song | Manan Sanghvi
Vairagya Lyrics (Hindi) Jain Diksha Song | Manan Sanghvi



Comments