Virti Aapo (Hindi Lyrics) Jain Diksha Song

संयम तणा भावो जाग्या रे, गुरु चरणोमां सुख रह्या रे,
विरती केरी वातो सुणीने, वीर वचनोना नाद वह्या रे,
हो मांगुं हवे आजीवन संगे रहेवा,
हो ओघो लई हुं नाचुं झुमुं रे उमंगे एवा,
विरती आपो, विरती आपो, मांगु गुरुवर विरती आपो,
आतमना उजाशमां, वीरना अहेसासमां,
विरती आपो, विरती आपो, मांगु गुरुवर विरती आपो…

हो दुनियाने जोई जाणी लीधी, कषायोए कारीगरी कीधी,
साची वातो सीधे सीधी, अंतरमां समावी दिधी,
संसारीओ केरा स्नेह तजी, संयमीना साजे सजीधजी,
सिध्धि पदे हैयुं सजी, अंतरंगे प्रभु भजी,
हो मांगुं हवे आजीवन संगे रहेवा,
हो ओघो लई हुं नाचुं झुमुं रे उमंगे एवा,
विरती आपो, विरती आपो, मांगु गुरुवर विरती आपो...
आतमना उजाशमां, वीरना अहेसासमां,
विरती आपो, विरती आपो, मांगु गुरुवर विरती आपो...

गुणवैभवना दातार, विरती आपोने गुरुराज
यश पुण्यना भंडार, विरती आपोने गुरुराज
महा रश्मि पाथरनार, विरती आपोने गुरुराज
मन हरखे मनोहार, विरती आपोने गुरुराज
ऋत आवी थवा भवपार, विरती आपोने गुरुराज
करुं "अंकित" भावे अपार, विरती आपोने गुरुराज
विरती आपो, विरती आपो, मांगु गुरुवर विरती आपो...
Virti Aapo (Hindi Lyrics) Jain Diksha Song
Virti Aapo (Hindi Lyrics) Jain Diksha Song

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