Lyrics - Akshat Sanghvi
नेम विहारी
नेम जुहारी..(३)
मेरी सून लो आज पुकार,
चरण तोरे रहना हैं.... प्यारे..(२)
तेरे दरश से है नैना पावन
मन के भाव बनें है सावन,
मेरी हर एक सांस की आश, मेरी सून लो आज पुकार
चरण तोरे रहना हैं.... प्यारे..(२)
करुणा से पशुअन को निहाले
एक नज़र बस हम पर डाले,
मेरे, राजुल के भरथार, मेरी सून लो आज पुकार
चरण तोरे रहना हैं.... प्यारे..(२)"
जग को भुलाकर तुम को जाना
मैंने तब खुद को पहचाना,
शिवा मात के राज दुलार, मेरी सून लो आज पुकार
चरण तोरे रहना हैं... प्यारे..(२)
मेरे श्यामल नेम कुमार
मेरी सून लो आज पुकार,
चरण तोरे रहना हैं.... प्यारे..(२)
Mere Shyamal Nem Kumar (Hindi Lyrics) Jain Girnar Song |
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