Veer Prabhuji Padharo | Chandanbala | (Hindi Lyrics) Jain Paryushan Sajjay



Lyrics - P.P. VinayVijayji M.S.

वीर प्रभुजी पधारो, वीर प्रभुजी पधारो;
विनंती मुज अवधरो, वीर प्रभु - ए आंकणी

चंदनबाळा अति सुकुमाळा, बोले वयण रसाळा;
हाथने पगमां जडी दिया ताळा, सांभळो दिनदयाळा. वीर प्रभुजी....

कठिन छे मुज कर्म कहाणी, सुणो प्रभु मुज वाणी,
राजकुमारी हुं चौटे वेचाणी, दुःखतणी नथी खामी. वीर प्रभुजी....

तातज मारो बंधन पडीयो, माता मरण ज पामी,
मस्तकनी वेणी कतराणी, भोगवी मे दुःखखाणी. वीर प्रभुजी...

मोंघी हती हुं राजकुटुंबमा, आज छुं त्रण उपवसी,
सुपडाना खणे अदडना बाकुळां, शुं कहुं दुःखनी राशि. वीर प्रभुजी....

श्रावण भादरवा मासनी पेरे, वरसे आंसुनी धारा,
गद्द गद्द कंठे चंदनबाळा, बोले वचन करुनाळा. वीर प्रभुजी...

दुःख ए सघळुं भूलायुं पूर्वनुं, आपना दर्शन थातां,
दुःख ए सघळुं हैये ज आवे, प्रभु तुज पाछा जाता. वीर प्रभुजी....

चंदन बाळानी अरीजी सुणीने, नीर नयनमां निहाळे,
बाकुळा लई वीर प्रभु पधारे, दया करी दिन दयाळे. वीर प्रभुजी...

सोवन करी त्यां थई वृष्टि, साडी बार कोडी सारी,
पंच दिव्य तत्काळ प्रगटयां, बंधन सर्व विदारी. वीर प्रभुजी...

संयम लई काज सुधारे, चंदनबाळा कुमारी,
वीर प्रभुनी साहुणी पहेली, पंच महाव्रत धारी. वीर प्रभुजी....

कर्म खापवी मुक्ति सीधाव्या, धन्य सति शिरदारी,
विनय विजय कहे भाव धरीने, वंदु हुं वारंवारी. वीर प्रभुजी....


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