Saiyami No Vesh (Hindi Lyrics) Jain Diksha Song


Lyricist - Muni Shreyansprabhsagarji "Nemi"

संयमी नो वेश मारे पेहेरवों,
संयम, ए ज मारा आत्मा नी आश छे
पाप नी प्रवृत्तियों ने छोडिने,
संयम, ने बनावों मारे आत्मा नो श्वास छे
संयमी नो वेश मारे पेहेरवों
संयम, ए ज मारा आत्मा नी आश छे

प्रभु तारा चरणों मां हुं, हमेशा रहेवा मांगु छु
तारी आंचल नी छाया मां, हमेशा सुवा मांगु छु
तूं ज मारा आ जीवन नो आसरो...
संयम.. विश्व ना सहु जीव नो विश्वास छे 
संयमी नो वेश मारे पेहेरवों
संयम, ए ज मारा आत्मा नी आश छे

गुरु नी भक्ति करवानी, सहु नी सेवा करवानी 
ह्रदय मां समता धरवानी, परम नो स्पर्श करवानी
शक्ति एवी आपजो "मणि नेमी" ने...
संयम थी ज मारो मोक्ष मां निवास छे 
संयमी नो वेश मारे पेहेरवों
संयम, ए ज मारा आत्मा नी आश छे
पाप नी प्रवृत्तियों ने छोडीने,
संयम, ने बनावो मारे आत्मा नुं श्वास छे
संयमी नो वेश मारे पेहेरवों
संयम, ए ज मारा आत्मा नी आश छे

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