Lyricist - Jainam Sanghvi
तने वंदन अमारा, तने वंदन अमारा..(४)
राजनंदन अमारा, तने वंदन अमारा.. राजपथ…
पंचाचार पाळे, राजपथ पर चाले,
हुंडा अवसरपीणी, ना पंचम काळे
तने वंदन अमारा, तने वंदन अमारा,
कळियुग ना सितारा, तने वंदन अमारा.. राजपथ…
पंचेन्द्रिय पणा ने, ते कर्यो छे सार्थक,
तारा मोहने रे, तू ठर्यो छे घातक
तने वंदन अमारा, तने वंदन अमारा,
हो मनने जीतनार, तने वंदन अमारा.. राजपथ…
पंचम स्थान आव्यो, हवे तू श्री नवपद मां,
हवे रहेशे सदा तू, गुरुआणा सरहद मां
तने वंदन अमारा, तने वंदन अमारा,
नवपदारूढ थनारा, तने वंदन अमारा.. राजपथ…
पंच महाव्रतो मुं, भार करशे वहन तू,
घोर परीशहो ने, दुःख करशे सहन तू
तने वंदन अमारा, तने वंदन अमारा,
महाव्रत ने धरनारा, तने वंदन अमारा..
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