जाय रे जाय रे , वैरागी जाय रे-2
ऐने संयम नी धुन लागी, ए तो पंचमहाव्रत धारी,
बधी मोह माया ने त्यागी , ऐ तो जाय रे जाय वैरागी
ऐनी भावना उत्तम छे , एना हृदय करुणा छे,
ए तो जीवो नो उपकारी , ऐने जयणा नी प्रीत जागी
ऐने हास्य मज़ाक छोड़ी , भाषा समिति चित्त जोड़ी,
सत्य नी गोडी पछेड़ी , बन्यो मुहपत्ति नो रागी,
करी याचना वस्तु देशे , ना मळे तो शांती धरशे
पण चोरी नही करशे , आज्ञा प्रभु नी चित्त धरशे
विषयों थी जीवन हार्यो , ऐने पाप थी मन वारयो,
ऐने ब्रह्मचारी धारयो , वैरागी पणो पाम्यो
परिग्रह नो ग्रह मोटू , सांचेज छे खोटो ,
सुनी जयंत गुरु नी वातो ,मांगी जिनागम नी देटो
जाय रे जाय रे , वैरागी जाय रे-2
ऐने संयम नी धुन लागी, ए तो पंचमहाव्रत धारी,
बधी मोह माया ने त्यागी , ऐ तो जाय रे जाय वैरागी
ऐने संयम नी धुन लागी, ए तो पंचमहाव्रत धारी,
बधी मोह माया ने त्यागी , ऐ तो जाय रे जाय वैरागी
ऐनी भावना उत्तम छे , एना हृदय करुणा छे,
ए तो जीवो नो उपकारी , ऐने जयणा नी प्रीत जागी
ऐने हास्य मज़ाक छोड़ी , भाषा समिति चित्त जोड़ी,
सत्य नी गोडी पछेड़ी , बन्यो मुहपत्ति नो रागी,
करी याचना वस्तु देशे , ना मळे तो शांती धरशे
पण चोरी नही करशे , आज्ञा प्रभु नी चित्त धरशे
विषयों थी जीवन हार्यो , ऐने पाप थी मन वारयो,
ऐने ब्रह्मचारी धारयो , वैरागी पणो पाम्यो
परिग्रह नो ग्रह मोटू , सांचेज छे खोटो ,
सुनी जयंत गुरु नी वातो ,मांगी जिनागम नी देटो
जाय रे जाय रे , वैरागी जाय रे-2
ऐने संयम नी धुन लागी, ए तो पंचमहाव्रत धारी,
बधी मोह माया ने त्यागी , ऐ तो जाय रे जाय वैरागी
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जाय रे जाय रे जाय रे जाय रे (Hindi Lyrics) जैन दिक्षा गीत |
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