मारा अंतरनी छे एक अभिलाष,
संयम आपोने आपोने गुरूराज
दीप शासननो लई आव्यो हुं आज,
भवथी तारोने तारोने महाराज
वधतो उल्लास मारा संयम जीवननो,
क्यारे मळशे मुजने पंथ प्रभुनो,
मुक्ति मंझीलनी जागी छे हवे आश,
संयम आपोने आपोने गुरूराज
प्रभु तारूं शासन ने तारी साधना,
करवी छे मुजने हवे संयम आराधना,
एवी प्रवज्यानुं देजे मने दान
संयम आपोने आपोने गुरूराज
गुरूवर हवे मुजने आपोने दीक्षा,
विज्ञानशिशु करे आपनी प्रतिक्षा,
प्रियंकरी दीक्षा, प्रियंकरनुं गान
संयम आपोने आपोने गुरूराज
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SAIYAM AAPONE GURURAJ (Hindi Lyrics) Jain Diksha Song |
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